
कोरोना की इस महामारी में जहाँ एक और हम बीमारी से बेहाल हैं वहीं हम नारीशक्ति पर दोहरी मार पड़ रही है कारण है लाॅकडाउन में वर्क फ्राॅम होम होने के कारण घर के कामों का दुगना हो जाना और साथ ही हमारी संगनी काम वाली बाई का हमारे साथ न होना जो दिनरात हमारी मदद करती थी और जिसकी वजह से हमारे काम बिना रुके अनवरत चलते रहते थे। पर अब काम करना उतना आसान नहीं रह गया है क्योंकि हमारी आदते उसी हिसाब से हो गयी हैं हमें हर काम परफेक्ट भी चाहिए है और जल्दी भी होना चाहिए। हमें थकना भी नहीं है और काम भी होना है। पर क्या यह संभव है ?
इस महामारी में जहाँ हम अपनी और परिवार की सेफ्टी के लिए सभी लोगों से दूरी बना रहे हैं वहां न चाहते हुए हमें अपनी काम वाली बाई से भी दूरी बनाना पड़ रही है। हर वक्त हमें यह खौफ रहता है कि न जाने किसके साथ कोरोना वायरस हमारे घर में प्रवेश कर जाये और इसके चलते हम चाहते हुए भी अपनी संगनी कामवाली बाई को नहीं बुला पा रहे हैं। और सारा काम खुद ही करना पड़ रहा है।
पर यदि आप चाहें तो अपने काम को बहुत ही आसान बना सकती हैं आज मार्केट में ऐसे कई प्रोडक्ट उपलब्ध है जिनकी सहायता से आप घंटों के काम मिनटों में कर सकती हैं वो भी बिना बाई की सहायता के।
यदि देखा जाये तो हमारे घर के मेजर काम होते हैं झाड़ू -पोछा, बर्तन, कपड़े, डस्टिंग आदि। खाना अभी भी अधिकतर घरों में अपने ही हाथ से बनाया जाता है तो उसके लिए हमें बाई की उतनी जरूरत नहीं होती। अब यदि इन मेजर कामों को हम मशीनों के द्वारा कर लें तो हमारा बहुत सारा बोझ कम हो सकता है। थकान भी कम होगी सारे काम भी आसानी से हो जायेंगे और हमें आश्चर्य भी होगा कि हम बिना बाई की मदद के भी सारा काम बड़ी आसानी से कर सकते हैं।
इस लेख को में एक श्रृंखला के रूप में लिख रही हूं जिसमें आपको घर में उपयोग होने वाली आधुनिक मशीनों के उपयोग व उनसे होने वाले लाभों के बारे में बताउंगी।
श्रृंखला के पहले लेख में मैं आपको सबसे पहले तो इन मशीनों से होने वाले फायदे के बारे में बताउंगी तथा इसी लेख में डिशवाॅशर के बारे में चर्चा करूंगी।
तो सबसे पहले जानते हैं इन मशीनों से होने वाले फायदों के बारे में –
- मशीन कभी भी छुट्टी नहीं करती
जी हां मशीन कभी भी छुट्टी नहीं करती वो बिना रुके हम जब चाहें काम करती रहती है। बाई की तरह नहीं कि दीदी मैं कल नहीं आऊँगी या मुझे इतने दिन कि छुट्टी चाहिए है या फिर बिना बताये ही गायब हो जाना। सबसे ज्यादा तो तभी अखरता है जब हम अपने हिसाब से काम कर रहे होते हैं कि बाई आएगी और वो अपने काम कर लेगी पर जब बाई बिना बताये ही छुट्टी कर लेती है तो सारा मूड ही खराब हो जाता है और पूरा काम हमारे ऊपर आ जाता है जिससे परेशानी तो होती ही है साथ ही चिड़चिड़ाहट भी होती है। अच्छा आप बाई को कुछ कह भी नहीं सकते यदि आपने उसे डांटा तो वो काम छोड़ने के लिए तैयार हो जायगी और आप इस डर से कि फिर नई बाई को ढूंढ़ना और उसे काम सिखाना कोई आसान काम नहीं है न चाहते हुए भी उसी बाई को झेलते रहते हैं।
पर मशीन के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है वो आपको कभी भी धोखा नहीं देगी आप जब चाहे दिन मे जितनी भी बार आपका मन हो आप इसे काम पर लगा सकते हैं।
सबसे अच्छी बात मशीनों के साथ यह है कि यह आपसे ज्यादा काम करने के कोई एक्स्ट्रा पैसे भी नहीं मांगती और न ही मुंह बनाती है जो कि अक्सर बाइयों के साथ होता है। जब भी हमारे घर मेहमान आते हैं और कुछ ज्यादा काम हमारी बाई को करना पड़ा तो एक्स्ट्रा पैसे देने के बावजूद बाई का मुँह बन जाता है जो कहीं न कहीं हमें भी डिस्टर्व करता ही है। हाँ मशीन को ऑपरेट करने में जो एक्स्ट्रा बिजली खर्च होती है उसका बिल इतना नहीं होता कि हमारा बजट बिगाड़ दे। तो हम बिना किसी स्ट्रेस के मशीनों को ऑपरेट कर सकते हैं। - काम की क्वालिटी-
मशीनों से काम करने पर हमारे काम की क्वालिटी हमेशा अच्छी और एक समान होती है। हमें उन पर नजर रखने की जरूरत भी नहीं होती वो चुपचाप अपना काम करती रहती है। पर यदि आपने बाई पर नजर नहीं रखी तो आपका काम अच्छा ही होगा इसकी कोई गारंटी नहीं है। मशीन को काम पर लगा कर आप दूसरे काम भी कर सकते हैं या उस समय आप आराम भी कर सकते हैं या अपने बच्चों का होमवर्क करा सकते हैं या उनके साथ खेल सकते हैं। तो कुल मिलाकर मशीनों से काम करवाना घाटे का सौदा नहीं है। - महीने का खर्च
मशीनों से काम करने पर हमारे मासिक खर्च में भी खासी कमी आती है क्योंकि हमें जब जरूरत होती है हम तभी मशीनों का इस्तेमाल करते है। पर जब बाई आती है तो हम कपड़े रोज धुलवा लेते हैं बर्तन भी एक्स्ट्रा निकल आते हैं इस तरह के तमाम काम घर में होते रहते हैं जिससे पानी और एक्स्ट्रा डिटर्जेंट की खपत होती रहती है। पर मशीन से काम करने पर बहुत की कम पानी और डिटर्जेंट में हमारा काम भी हो जाता है और काम की क्वालिटी भी अच्छी होती है। यदि इतनी सारी खूबियां इन मशीनों में हैं तो हम क्यों बाइयों के पीछे पड़े रहें जबकि हमारे पास ढेरों ऑप्शन मौजूद हैं।
तो आज हम इस श्रृंखला के तहत पहली मशीन ले रहे हैं डिशवाॅशर को। तो आईये जानते हैं कि कैसे एक डिशवाॅशर आपका जीवन आसान कर सकता है-
जी हाँ डिशवाॅशर एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं कारण है हमारी सोच। हम सोचते हैं कि बर्तन साफ करने के लिए भी कोई इतनी मंहगी मशीन लेता है क्या ? अरे काम वाली बाई सालो बर्तन माजेगी तब भी इतना खर्च नहीं होगा। फिर जितनी देर में हम मशीन में बर्तन रखेंगे उतनी देर में तो बर्तन हाथ से ही साफ कर लेगें। और मशीन कौन सी बिना खर्च के चल जाएगी उसमे भी तो डिटर्जेंट और बिजली खर्च होगी।
आप की यह सभी बातें सही है पर पूरी तरह नहीं। बेशक डिशवाॅशर एक महँगा प्रोडक्ट है पर यह कोई एक दो दिन चलने वाली चीज नहीं है बल्कि एक बार खरीद लेने पर सालोसाल आपका साथ निभाने वाला है। वो भी बिना किसी दिक्कत या परेशानी के। फिर आज जहाँ हम इतने महंगे फोन, लेपटॉप और दूसरे गेजेट्स खरीद सकते हैं तो दिन-रात काम में आने वाला डिशवॉशर क्यों नहीं।
इसके आलावा डिशवॉशर के कई सारे फायदे हैं जिन्हें हम इस तरह देख सकते हैं –
- 100 प्रतिशत बैक्टीरिया फ्री
डिशवॉशर में बर्तन 100 प्रतिशत बैक्टीरिया फ्री साफ होते हैं क्योंकि इसमें बर्तन खोलते हुए गर्म पानी और डिटर्जेंट से साफ होते हैं जबकि हाथ से साफ करने पर बर्तन साधारण पानी से साफ होते हैं और जब वो ही बर्तन बाई साफ करती हैं तब तो भगवान ही जनता हैं कि पानी कितना साफ हैं और बर्तन कितने साफ।
2 पानी की भारी बचत
जब हम डिशवॉशर में बर्तन साफ करते हैं तो पानी का खर्च काफी कम हो जाता हैं। एक बार के बर्तन साफ करने में करीब 9 से लेकर 15 लीटर तक ही पानी खर्च होता हैं जबकि हाथ से बर्तन साफ करने में यही पानी करीब 3 से 4 बाल्टी यानि कि 45 से 60 लीटर तक खर्च हो जाता हैं। जिन घरों में पानी कि दिक्कत होती हैं वहाँ पानी का इतना खर्च होना अखर जाता हैं। - महीने का खर्च
डिशवॉशर में होने वाला डिटर्जेंट और बिजली का खर्च भी इतना ज्यादा नहीं होता कि हमें नुकसान उठाना पड़े। यह लगभग उतना ही होता हैं जितना आप बाई पर खर्च करते हैं बल्कि उससे भी कम। - काम की क्वालिटी
डिशवॉशर में साफ होने वाले बर्तनों की क्वालिटी बहुत बढियाँ होती हैं बर्तन एकदम नए और चमकदार हो जाते हैं उन पर कोई स्क्रेच नहीं पड़ता जो कि हाथ से साफ करने पर आ जाते हैं। - डिटर्जेंट की भारी बचत
जब हम बाई से बर्तन साफ करवाते हैं तो हर तीन-चार दिन में नया डिश सोप बर्तन साफ करने के लिए देना पड़ता हैं पर मशीन में यह हमारे हाथ में होता हैं यदि बर्तन कम हैं तो आप डिटर्जेन्ट कि मात्रा भी कम कर सकते हैं और इस तरह डिटर्जेंट के खर्च को कम कर सकते हैं। - बर्तन सुखाने व पोछने की जरूरत नहीं
इस मशीन की खासियत यह है कि इसमें बर्तन न केवल धुलते हैं बल्कि हीटिंग टेक्नालाॅजी के चलते पूरी तरह सूख भी जाते हैं। इसमें धुलने के तुरंत बाद भी अगर आप बर्तन निकालते हैं तो वे सूखे हुए होते हैं जिन्हें आप अलमारी में आसानी से जमा सकती हैं। वहीं दूसरी ओर हाथ से मंजे व धुले बर्तनों को हमें कपड़े से पोछकर सुखाना पड़ता है जिसमें समय व परिश्रम दोनों लगते हैं।
इसके आलावा भी डिशवॉशर के ढेरों फायदे हैं वो आप तभी जानेगें जब आप इसे इस्तेमाल करेगें। हाँ आपके कई ऐसे तर्क भी हो सकते हैं कि भई इसमें तो हमें ही बर्तन रखने और निकालने पड़ते हैं और हमारा बहुत सारा समय इसमें चला जाता है तो यह काम तो आप चलते फिरते या किचिन में कोई और काम करते हुए भी कर सकते हैं और यह उस दिन के काम से बहुत ही आसान है जब आपकी बाई एक दो दिन या कुछ दिन कि छुट्टी पर चली गयी हो।
तो अब हम टॉप टेन डिशवॉशर के बारे आपको बता देते हैं जिसमे से आप अपनी जरूरत और पसंद के हिसाब से अपना डिशवॉशर चुन सकते हैं