प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को शिक्षक पर्व के उद्घाटन सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी पांच अहम योजनाएं लॉन्च कीं। इनमें भारतीय सांकेतिक भाषा कोश (ISDL), टॉकिंग बुक्स, सीबीएसई का स्कूल क्वालिटी एश्योरेंस एंड असेसमेंट फ्रेमवर्क और शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम निष्ठा 3.0 और विद्यांजलि पोर्टल शामिल हैं। डिजिटल मोड से छात्रों और शिक्षकों को अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षक पर्व के अवसर पर लॉन्च हुईं ये नई योजनाएं बेहद अहम हैं। देश अभी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 100 वर्ष होने पर भारत कैसा होगा, इसके लिए देश नए संकल्प ले रहा है।
आज विद्यांजली 2.0, निष्ठा 3.0, टॉकिंग बुक्स और यूएलडी बेस आईएसएल डिक्शनरी जैसे नए कार्यक्रम और व्यवस्थाएं लॉन्च की गई हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि यह हमारे शिक्षा व्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।
मैं सबसे पहले, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले हमारे शिक्षकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। आप सभी ने कठिन समय में देश में शिक्षा के लिए, विद्यार्थियों के भविष्य के लिए जो योगदान दिया है, वो अतुलनीय है, सराहनीय है।
आपको बता दें कि शिक्षकों के बहुमूल्य योगदान को मान्यता देने और नई शिक्षा नीति 2020 को एक कदम आगे ले जाने के लिए 5-17 सितंबर से शिक्षक पर्व, 2021 मना रहा है। यह सम्मलेन न केवल सभी स्तरों पर शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने, बल्कि देशभर के स्कूलों में गुणवत्ता, समावेशी प्रथाओं और स्थायित्व में सुधार के लिए नए तौर-तरीकों को प्रोत्साहित करेगा।