बाजार की अस्थिरता को नापने वाला एक इंडिकेटर है इंडिया वीआईएक्स (VIX)। यह भले थोड़ा डराने वाला इंडिकेटर है, लेकिन शेयरों के रिटर्न से इसका मजबूत संबंध है। इंडिया VIX इंडिकेटर जब हाई होता है तो उस वक्त किए गए निवेश से ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है। इसका पता आंकड़ों से लगता है।
कोरोना वायरस के तेजी से फैलने और अर्थव्यवस्था में सुस्ती ने पिछले एक साल में निवेशकों के धैर्य का इम्तिहान लिया है। इस बीच इंडिया VIX करीब 42 फीसदी चढ़ा है।
पिछले हफ्ते 30 शेयरों वाला सेंसेक्स करीब 2,872 अंक नीचे आया। 28 फरवरी को यह 38,297 अंक पर बंद हुआ। इसी दौरान एनएसई का निफ्टी 879 अंक लुढ़ककर 11,201 अंक पर पहुंच गया।
ऐशमोर ने कहा कि कोरोना वायरस से उभरते बाजारों पर बिकवाली हावी है। लेकिन, जो लोग इस समय शेयरों को खरीदेंगे, उन्हें लंबे समय में शानदार रिटर्न मिलेगा।