भारत-चीन के बीच तनातनी के बीच भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) का एक मालवाहक विमान C-17 ग्लोबमास्टर आज लद्दाख के लेह एयरबेस पर सैनिकों के लिए रसद लेकर उतरा. अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में हवाई पट्टी पर उतरने वाले इस विशाल, मजबूत, लंबे-पतले डैने वाले विमान का एक लैंडिंग वीडियो समाचार एजेंसी एनआई ने साझा किया है. यह जंबो मालवाहक विमान किसी भी मौसम में लंबी दूरी तक बड़े लड़ाकू उपकरण, सैनिक और मानवीय सहायता ले जा सकता है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सेना ने चीन के साथ बढ़ते सीमा तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख में उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हथियारों, गोला-बारूद, ईंधन, भोजन और आवश्यक सर्दियों की आपूर्ति तेज कर दी है.
सूत्रों के हवाले से समाचार रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शीर्ष कमांडरों के एक समूह द्वारा जुलाई के मध्य में इस विमान को लेह एयरबेस पर उतारने के लिए अभ्यास के कार्यान्वयन की योजना बनाई गई थी. उसकी देखरेख में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल एमएम नरवाना भी व्यक्तिगत रूप से शामिल थे. इसके लिए सी -130 जे सुपर हरक्यूलिस और सी -17 ग्लोबमास्टर सहित वायु सेना के लगभग सभी मालवाहक विमान और हेलीकॉप्टर का उपयोग किया गया था.