Sunita Soni | ![]() | ![]() ![]() | |
पिछली चार पीढ़ियों से उनका परिवार हैं अभिनय के क्षेत्र में |
23 सितंबर को जानी-मानी फिल्ल्म अभिनेत्री तनूजा का जन्मदिन आता हैं। उनका जन्म 23 सितम्बर १९४३ को समर्थ परिवार में हुआ। उन्होंने कई सुपरहिट हिन्दी फ़िल्मों में काम किया है। तनूजा अभिनेत्री काजोल और तनीषा की माँ हैं।

काजोल बॉलीवुड की सफल एक्ट्रेस हैं और उन्होंने एक्टर अजय देवगन से शादी की है।

वहीं, तनुजा की छोटी बेटी तनीषा भी कुछ फिल्मों में काम कर चुकी हैं तनुजा की माँ का नाम शोभना समर्थ और पिता का नाम कुमारसेन समर्थ है।

शोभना समर्थ भी अभिनेत्री थीं और तनुजा के पिता निर्माता थे, और उन्होंने फिल्म निर्माता शोमू मुखर्जी से शादी की थी। उनकी तीन बहनें हैं, जिनमें अभिनेत्री नूतन और एक भाई शामिल हैं।

उनकी नानी , रतन बाई और मौसी नलिनी जयवंत भी अभिनेत्री थीं। शोभना ने तनुजा और उनकी बड़ी बहन नूतन के लिए पहली फिल्म का निर्माण किया था।

उनकी दो अन्य बहनें हैं; चतुरा और रेशमा। उनका एक भाई है जयदीप। इनमें से कोई भी अभिनय में नहीं आया। वह मोहनीश बहल की मौसी और रानी मुखर्जी की ताई हैं।

तनुजा ने 1973 में फिल्म निर्माता शोमू मुखर्जी से शादी की। शादी के कुछ साल बाद ही तनुजा और शोमू अलग हो गए थे, लेकिन उन्होंने कभी तलाक नहीं लिया। 10 अप्रैल, 2008 को 64 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से शोमू की मृत्यु हो गई। तनूजा ने सिर्फ हिंदी सिनेमा में ही अपनी धाक नहीं जमाई बल्कि कई बंगाली फिल्मो में भी अपनी अदायगी का बेहतरीन प्रदर्शन किया।

हालाँकि पति से अलगाव होने के बाद तनूजा ने फिल्मो से थोड़ी दूरी बना ली थी। उसके बाद उन्होंने आठ साल के ब्रेक के बाद हिंदी सिनेमा में अपनी वापसी की , लेकिन उस दौरान उन्हें फिल्म में बतौर सह अभिनेत्री के रोल मिलने लगे उसके बाद उन्होंने सिंगल मदर बनकर अपनी बेटियों की परवरिश की। उन्होंने बतौर सह अभिनेत्री कई सुपरहिट फिल्मो में काम किया जिनमे, प्यार की कहानी, प्रेम रोग जैसी फ़िल्में शामिल हैं।

दो फिल्मफेयर पुरस्कारों से सम्मानित, तनुजा को हिन्दी फिल्मों में मेमदीदी (1961), चाँद और सूरज (1965), बहारें फिर भी आएंगी (1966), ज्वेल थीफ़ (1967), नई रोशनी (1967), जीने की राह (1969), हाथी मेरे साथी (1971), अनुभव (1971), मेरे जीवन साथी (1972) और दो चोर (1972) जैसी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है।अभिनेता संजीव कुमार, राजेश खन्ना और धर्मेन्द्र के साथ उनकी जोड़ी 60 के दशक की शुरुआत से लेकर 70 के दशक के अंत तक लोकप्रिय हुआ करती थी।

उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत अपनी बड़ी बहन नूतन के साथ ‘ हमारी बेटी ‘ (1950) में बेबी तनुजा के रूप में की, वयस्क नायिका के रूप में, उन्होंने फिल्म छबीली (1960) से शुरुआत की, जिसका निर्देशन उनकी मां ने किया था, और उनकी बहन नूतन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। वह फिल्म जिसने वास्तव में उन्हें वयस्क नायिका के रूप में पहचान दिलाई, वह थी ‘ हमारी याद आएगी ‘(1961), जिसे केदार शर्मा ने निर्देशित किया था।
तनूजा को बहुत सारे अवॉर्ड भी मिले हैं जिनमें से कुछ हैं –
1964: Bengal Film Journalists Association Awards – Best Supporting Actress (Hindi), Benazir (1964)1968 – Filmfare nomination as Best Supporting Actress for Jewel Thief1970 – Filmfare Best Supporting Actress Award for Paisa ya Pyar2013 – Best Actress Award for Marathi Movie Pitur Roon at the 20th Life OK Screen Awards2014 – Lifetime Achievement Honour at Apsara Film & Television Producers Guild Award2014 – Filmfare Lifetime Achievement
उन्होंने टेलीविजन में भी काम किया है। इनमें ख़ानदान (1985) जूनून (1994) आरम्भ (2017) शामिल हैं।