95 वर्षीय, श्री ऑल्विन अल्मेडा, कोविड -19 और सभी बाधाओं को हराकर, सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में टीएवीआर (ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट) प्रक्रिया से गुजरने वाले पश्चिमी भारत के सबसे बुजुर्ग मरीज बन गए है। टीएवीआर हार्ट वाल्व नैरोइंग (महाधमनी स्टेनोसिस) के उपचार के लिए ओपन-हार्ट सर्जरी का एक सुरक्षित और न्यूनतम इनवेसिव विकल्प है। हालांकि अत्यधिक कैल्सीफाइड और टोर्टियस एब्डोमिनल एओर्टा और गंभीर रूप से कैल्सीफाइड एओर्टिक वॉल्व के कारण प्रक्रिया काफी जटिल थी, लेकिन सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के स्ट्रक्चरल हार्ट इंटरवेंशन के प्रमुख डॉ. मौलिक पारेख ने अपनी टीम के साथ श्री अल्मीडा को सुरक्षित और मुस्कुराते हुए ही भेजें।
डॉ. मौलिक पारेख ने कहा, “इस सर्जरी को करने में बहुत सारी योजनाएँ लगती हैं और 30 दिनों के भीतर ऐसी नौ प्रक्रियाएँ करना एक बड़ी कामयाबी हासील करने जैसा था, क्योंकि अधिकांश मामले बहुत जटिल थे। विशेष रूप से मिस्टर ऑल्विन अल्मेडा जिन्होंने कोविड -19 को जिन्होंने हराया था, वही उनकी उम्र, अत्यधिक कैल्सीफाइड और टोर्टियस एब्डोमिनल एओर्टा और गंभीर रूप से कैल्सीफाइड महाधमनी वाल्व के कारण प्रक्रिया काफी जटिल बनी थी।
एक अन्य 62 वर्षीय रोगी कैंसर से पीड़ित थी – कीमोथैरेपी से गुजर रही थी और अपनी लंबे समय तक रिकवरी चलने के कारण ओपन हार्ट वाल्व को बदलने के लिए अनुपयुक्त थी। स्थानीय एनेस्थीसिया के तहत उन्हें टीएवीआर दिया गया और सिर्फ एक दिन बाद ही घर चली गई।
तीसरा केस – एक 70 वर्षीय महिला जिसकी पहले से ही 2 ओपन-हार्ट सर्जरी हो चुकी थी। अब वह पहले से प्रत्यारोपित कृत्रिम टिशू माइट्रल वाल्व के अध: पतन के कारण गंभीर रूप से सांस फूल रही थी। मरीज को अत्याधुनिक, न्यूनतम इनवेसिव, वॉल्व इन वॉल्व प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और 48 घंटों में ही छुट्टी दे दी गई।
सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में टीएवीआर टीम ने ओमाइक्रोन महामारी के चरम के बीच, 22 जनवरी के महीने में कुल नौ टीएवीआर सर्जरी की, जो इस कोविड 19 सर्वव्यापी महामारी चरम के दौरान देश के किसी भी अस्पताल के लिए एक उच्च संख्या है।
ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (टीएवीआर) अब उन रोगियों को एक व्यापक उपचार विकल्प प्रदान करता है जो हृदय वाल्व स्टेनोसिस से पीड़ित हैं और अधिक तर रोगी नॉन-इनवेसिव प्रकार, कम से कम अस्पताल में रहने और जल्दी ठीक होने के कारण इस प्रक्रिया का चयन कर रहे हैं। सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के सीईओ डॉ. तरंग ज्ञानचंदानी ने कहा कि सर्वोत्तम बुनियादी ढांचे, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और नैदानिक क्षमताओं के संयोजन के साथ हम अपने सभी रोगियों को अच्छे नैदानिक परिणाम प्रदान करने में सक्षम हैं।